सुनो!
चलौ, उठौ, अब नई जंग कै, चंगी फौज करौ तैयार। बुद्धि, विवेक, ज्ञान, साहस कै तानौ चमाचम्म तरवार॥
आल्हा - पाठ : केदारनाथ सिंह व नामवर जी की उपस्तिथि में
Sunday, May 4, 2014
मीठी बातों से कड़वी भली (2012)
नीम का पेड़
ऊपर से नीचे तक
कड़वा ही कड़वा!
किन्तु छाल
,
पात
,
फल
,
खली
सभी कुछ जीवन - रक्षक!
मीठे फलों में ही प्रायः
पलते हैं तमाम कीड़े।
इतिहास गवाह है,
हमेशा ही सिद्ध हुई हैं
मीठी बातों से कड़वी भली।
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